Friday, July 8, 2011

फीके पन्नों से ...४

इश्क, जिंदगी में अज़ब सिलसिला रहा |
हादसों में हम न रहे, तजरुबा रहा |


[Heartbroken by Mel ]

3 comments:

  1. बहुत खूब कहा अपने....

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  2. ख़ूबसूरत प्रस्तुति के लिए बधाई .


    कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें /

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